रिच डैड पुअर डैड Rich Dad Poor Dad Book Summary Hindi | Robert Kiyosaki

रॉबर्ट कियोसाकी के दो पिता थे। एक पिता वे अपने वास्तविक पिता कहलाते थे, जिन्हें वे “पूर डैड” कहते थे। दूसरे पिता उनके मित्र के पिता थे, जिन्हें वे “रिच डैड” कहते थे। दोनों पिताजी अपने करियर में सफल थे। पूर डैड बहुत पढ़े-लिखे और बुद्धिमान थे, उन्होंने एक PHD भी प्राप्त की थी, लेकिन वे आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे थे।

वहीं, रिच डैड ने हाईस्कूल की पढ़ाई भी पूरी नहीं की थी, लेकिन वे अमेरिका के अमीर लोगों में से एक थे।

पैसों के मामले में, दोनों पिताजी के विचार बिल्कुल अलग थे। गरीब डैड कहते थे कि पैसों का प्यार ही सभी परेशानियों की जड़ है, परंतु रिच डैड कहते थे कि पैसों की कमी ही सभी परेशानियों की जड़ है।

पूर डैड की मृत्यु के बाद, उन्होंने अपने परिवार के लिए कई अवैतनिक बिल छोड़े। वहीं, रिच डैड ने करोड़ों की संपत्ति छोड़ी। पूर डैड हमेशा कहते थे कि अच्छी तरह से पढ़ाई करो, डिग्री लो ताकि आपको एक सुरक्षित नौकरी मिल सके। वहीं, रिच डैड कहते थे कि पढ़ाई करो, लेकिन सोचो कि आप अपने काम के लिए कैसे रख सकते हो।

दोनों पिताजी की बातें भिन्न-भिन्न थीं, इसलिए पहले कियोसाकी को परेशानी होती थी कि किसकी सुनें और किसकी नहीं। लेकिन बाद में उन्होंने फैसला किया कि वे आमिर बनने के लिए अपने रिच डैड की बातें सुनेंगे।

रिच डैड ने कियोसाकी को 30 साल तक सिखाते रहे, जिससे उनकी वित्तीय ज्ञान में काफी वृद्धि हुई। और यही उनके सफल और आमिर बनने का राज है। कियोसाकी ने उन सभी सबको “रिच डैड पूर डैड” पुस्तक में बहुत अच्छी तरह से वर्णित किया है, और उन गलतियों पर भी नजर डाली है जो अधिकांश लोग करते हैं,

  1. आमिर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते। “पैसे उनके लिए काम कराते हैं।”

    पहले सबक में, आमिर डैड बताते हैं कि डर और लोभ अधिकांश लोगों के जीवन को नियंत्रित करते हैं। लोग पैसे की कमी से डरते हैं, इसलिए वे काम करते हैं और जैसे ही पैसा आता है, उनमें खरीदने की लालच भी जाग जाती है।
    फिर यही लालच उन्हें और पैसे कमाने पर मजबूर करती है और यह डर है कि वे अपने बिल नहीं चुका पाएंगे और गरीब हो जाएंगे। इसलिए वे कड़ी मेहनत करते हैं और पैसे कमाते हैं।

रिच डैड इसे “रेट रेस” कहते हैं, जहां लोग डर और लालच के कारण फंसे हुए हैं। ऐसा नहीं है कि लोगों को यह रेस पसंद आती है, पर बचपन से ही लोगों के मन में बैठी बातें उन्हें इस रेस का हिस्सा बनाए रखती हैं।

बचपन से सिखाया जाता है कि अच्छे से पढ़ाई करो, अच्छी डिग्री लो, फिर एक अच्छी नौकरी करो। अगर कुछ अलग ट्राय किया जाए, तो सिर्फ असफलता होगी

 

यह सच है कि इस रेट रेस का हिस्सा बने रहने से आप कभी गरीब नहीं बनोगे। आप अपने बिल्स को चुका पाएंगे, लक्जरी खरीद पाएंगे, पर कभी आमिर नहीं बन पाएंगे। आप एक उच्च गुणवत्ता वाले जीवन को नहीं जी पाएंगे और सावधानी भरपूर रखने पर रिटायरमेंट तक उस उबाऊ रूटीन का पालन करना पड़ेगा।
तो अब सवाल यह है कि करें क्या? पहले पूरी हिम्मत करके इस रेट रेस से निकलें। ऐसा कुछ करें जिसमें आप पैसों के लिए काम नहीं करें, बल्कि पैसे आपके लिए काम करें। और यह तभी संभव होगा जब आप आर्थिक ज्ञान प्राप्त करें।

2. आर्थिक साक्षरता

“महत्वपूर्ण नहीं है कि आप कितना पैसा कमाते हैं, महत्वपूर्ण है कि आप कितना पैसा रखते हैं।”
आर्थिक साक्षरता सीखना बहुत जरूरी है। जिनमें इसकी कमी होती है, वे चाहे जितने भी पैसे कमा लें, वे हमेशा गरीब ही रहते हैं। बहुत से लोग लौटरी में करोड़ों कमाते हैं, पर बाद में उसे गवा देते

सरल भाषा में इसे समझने के लिए, समाप्ति (एसेट) और दायित्व (लायबिलिटी) के बीच का फर्क समझना जरूरी है। यह सुनने में बहुत सरल है, परंतु असली में लोग इस फर्क को नहीं समझते हैं।

समाप्ति (एसेट) वह चीज़ होती है जो आपके जेब में पैसे डालती है। और दायित्व वह चीज़ होती है जो आपके जेब से पैसे निकालती है।

लोग यह गलती करते हैं कि वे दायित्व को ही समाप्ति समझ लेते हैं, जैसे कि गाड़ी, घर, luxury चीजें। परंतु असली में ये लायबिलिटी होती हैं। घर तब तक आपकी समाप्ति नहीं होती जब तक यह आपको कमाई नहीं देती।

अगर आपने घर को किराए पर दिया है और उससे आपको आय हो रही है, तभी वह आपकी समाप्ति कहलाएगी।

इसीलिए आमिर डैडी कहते हैं कि आपको समाप्ति को बढ़ायें और दायित्व को कम रखें। तभी आप आमिर बन पाएंगे। समाप्ति जैसे कि बॉन्ड, स्टॉक में निवेश करना, रियल एस्टेट आदि, जो आपको पैसे कमाने में मदद करें।

  1. अपने खुद के काम पे ध्यान केन्द्रित करें (Mind Your Own Business)

“आमिर लोग अपने सम्पत्ति वाले कॉलम पर ध्यान केन्द्रित करते हैं, जबकि बाकी सभी अपने इनकम स्टेटमेंट पर ध्यान केन्द्रित करते हैं।”

हमें अपने खुद के काम पर ध्यान देना चाहिए। अगर आप नौकरी कर रहे हैं, तो उसमें वो सारे सीख लो जो आपके खुद के काम को शुरू और ग्रो करने में मदद कर सकें।

मैकडोनल्ड्स के मालिक बर्गर के बिजनेस के साथ रियल एस्टेट का भी बिजनेस करते थे। इसीलिए वे इतने आमिर बने। उसी तरह रोबर्ट भी जॉब करने के साथ एसेट्स बनाने में लगे रहे, रियल एस्टेट खरीद-बेचने के जरिए। जिससे वे अपने जॉब से कई गुना कमाई कर लेते थे।

ऑथर कहते हैं कि हमें अपने जॉब के साथ उन स्किल्स को भी सीखना चाहिए जो हमें अपना व्यवसाय स्थापित करने में मदद कर सकें। हमें वित्तीय ज्ञान प्राप्त करके सम्पत्ति (एसेट्स) बनाने में लग जाना चाहिए। जॉब से हमें सिर्फ अपने बिल्स का भुगतान करने के लिए प्राप्त होने वाली आय होती है।

परंतु, सम्पत्ति (एसेट्स) बनाना और उसे बढ़ाना ही हमें वास्तविकता में आमिर बना सकता है।

 

4. टैक्स का इतिहास और कारपोरेशन की शक्ति के बारे में जब हम बात करते हैं, तो ऑथर कहते हैं कि जब हम पैसे के लिए काम करते हैं, तो हम अपनी शक्ति को अपने नियोक्ता के हवाले कर देते हैं। परंतु जब पैसा हमारे लिए काम करता है, तो हम अपनी शक्ति को अपने पास रखते हैं और उसे नियंत्रित करते हैं।

टैक्स की शुरुआत इसलिए हुई क्योंकि इससे आमिर और गरीब के बीच की अंतर को कम किया जा सकता था। आमिरों पर टैक्स लगाने और उन पैसों को गरीबों के लिए खर्च करने का फैसला हुआ।

परंतु बाद में मध्यवर्गीय लोगों पर भी टैक्स लागू हो गया। लेकिन अब ज्यादातर टैक्स सरकारी खातों में जमा होता है, जो मध्यवर्गीय लोगों से ही आता है।

आमिर लोग चालाकी से टैक्स देने से बच जाते हैं। वे पहले पैसा कमाते हैं, फिर खर्च करते हैं। अगर कुछ बचता है, तब वे टैक्स भरते हैं।

परंतु मध्यवर्गीय और ऊपरी मध्यवर्गीय लोग पहले कमाते हैं,

5. आपका कहना सही है, संसार में आमिर लोग वास्तव में पैसे का आविष्कार करते हैं। जैसे आपने उदाहरण के रूप में बिल गेट्स, धीरुभाई अंबानी, जेफ बेजोस जैसे व्यक्तियों का उल्लेख किया है, वे सभी संभावना को पहले ही देखते हैं और उसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं। वे बाजार में मौजूद डिमांड को और लोगों की आवश्यकताओं को ध्यान से देखते हैं और फिर अपनी विचारधारा और आइडिया को लागू करके उसे पूरा करते हैं। यही कारण है कि वे सफल और आमिर हो जाते हैं।

इस प्रकार, साहसी लोग अपने क्रांतिकारी विचारधारा को लागू करके पैसे का आविष्कार करते हैं।

6. आपने बिल्कुल सही कहा है, नौकरी सिर्फ अच्छी आय के लिए नहीं की जानी चाहिए, बल्कि सीखने के लिए भी की जानी चाहिए। एक गरीब व्यक्ति के लिए, नौकरी सुरक्षा का स्रोत हो सकती है, लेकिन एक आमिर व्यक्ति के लिए, सीखना और विकास करना महत्वपूर्ण होता है।

जब आप किसी विचार, कार्य या व्यवसाय पर काम करते हैं, तो आपको उसमें अच्छी ज्ञान और कौशल प्राप्त करना चाहिए। ऑथर ने अपने जीवन में कई विभिन्न क्षेत्रों में काम किया, जिससे उन्हें समग्रता और विशेषज्ञता का अनुभव मिला। यह उन्हें एक सफल व्यापारी बनाने में मदद की भी।

इसलिए, आपको सिर्फ वेतन लेने के लिए माह के अंत में काम नहीं करना चाहिए, बल्कि आपको कुछ सीखने के लिए काम करना चाहिए। अलग-अलग क्षेत्रों की ज्ञान प्राप्त करें, और उन क्षेत्र के विशेषज्ञों से सहयोग लें, जो आपके काम के विकास में मदद करेंगे।

 

निम्नलिखित मुख्य बिंदुओं के आधार पर यहां कुछ मुख्य बातें हैं:
  1. आर्थिक साक्षरता अर्जित करें: आपको वित्तीय ज्ञान प्राप्त करना चाहिए, जो आपको आर्थिक निर्णय लेने में मदद करेगा।
  2. Assets बनाएं: आमिर लोग पहले assets बनाने में लगे रहते हैं और फिर उन assets से पैसों का उपयोग करके liability खरीदते हैं। आपको भी इसी दिशा में सोचना चाहिए।
  3. खुदको पहले प्यामेंट करें: आपको अपने खुद के लिए पहले पेमेंट करना चाहिए और फिर शेष पैसों को निवेश में लगाना चाहिए, जिससे आपकी assets बढ़ती हैं।
  4. पैसों से जुड़े डर को संभालें: आपकी वित्तीय सफलता उस पर निर्भर करेगी कि आप कितना अच्छे से अपने डर को संभाल सकते हैं। अनेक लोगों को अच्छे मौके खो दिए जाते हैं क्योंकि उन्हें रिस्क लेने से डर लगता है।
  5. बेचने की कला सीखें: आपको बेचने की कला को समझना चाहिए, ताकि आप अपनी कला को बेच सकें। कई तालेंटेड लोग पिछड़ जाते हैं
  6. यही सही है, आपका मस्तिष्क आपका सबसे बड़ा संपत्ति है। आपको अपने मस्तिष्क की क्षमता को विकसित करना चाहिए, अच्छी कौशल और ज्ञान के माध्यम से। इसके बावजूद कभी यह ना कहें कि आप ऐसा कुछ नहीं कर सकते हैं। जब आप कहते हैं “मैं यह नहीं कर सकता”, तो दिमाग उस विचार के बारे में सोचना बंद कर देता है। इसके बजाय, खुद से पूछें, “मैं यह कैसे कर सकता हूं?” तभी दिमाग नई-नई तकनीकों को ढूंढेगा, मौके को पहचानेगा और कार्रवाई करेगा। आपको खुद पर विश्वास रखना चाहिए कि आप सफल हो सकते हैं।

    Conclusion

धन्यवाद! मुझे खुशी है कि आपको “रिच डैड पूर डैड” की सारांश पसंद आई। यह किताब सचमुच महत्वपूर्ण ज्ञान और समझ प्रदान करती है, खासकर उन लोगों के लिए जो आमिर बनना चाहते हैं। आपको इसे पढ़ने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें कई महत्वपूर्ण बातें हैं जो आपके आर्थिक दृष्टिकोण को बदल सकती हैं।

 

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