Complete Namaskaratha Mantra | शिवा नमस्काराथा मंत्र Lyrics With Meaning
Namaskaratha Mantra, शिवा नमस्काराथा मंत्र is one of the most popular mantras that were created in the praise of Lord Shiva. It’s a very powerful mantra, but it only benefits you when you listen to it calmly with a relax mind.
The verses of the Namaskaratha Mantra were crafted in such a way that when it’s sung or listened to, a certain vibrational energy can be felt. There also a part of the mantra that is taken from the famous Shiva Gayatri Mantra.
Benefits Of Namaskaratha Mantra(शिवा नमस्काराथा मंत्र)
It leaves a profound effect on the mind of the listener, and if you repeatedly listen to it a few times then it might make you sing it unconsciously like a memorable piece of music occupies a person’s mind even after it’s no longer being played.
Devotees believe that the Namaskaratha Mantra also has some sort of healing abilities, as it washes out all the negative thoughts from the mind of the listeners almost instantly. Any person suffering from old deeds in life can be benefited if they listen to the mantra, even better if chants regularly.
Namaskaratha Mantra Lyrics and Meaning
ॐ नमो हिरण्यबाहवे हिरण्यवर्णाय,
हिरण्यरूपाय हिरण्यपतए ।
अंबिका पतए उमा पतए पशूपतए नमो नमः॥
Om Namo Hiranya Baahave Hiranya Varnaaya,
Hiranya Roopaaya Hiranya Pataye,
Ambika Pataye Uma Pataye Pashu Pataye Namo Namah.
English Meaning: I trust in the divine essence, eternal nature, to form an immortal, eternal Lord, Lord Parvati, and Uma, Lord of wild animals, I submit myself to you.
ईशान सर्वविद्यानाम् ईश्वर सर्व भूतानाम् ।
ब्रह्मादीपते ब्रह्मनोदिपते,
ब्रह्मा शिवो अस्तु सदा शिवोहम॥
Ishan Sarvavidyanaam Ishwar Sarva Bhootanaam,
Brahmadeepte Brahmanodeepte,
Brahma Shivo Astu Sada Shivoom.
English Meaning: Lord of knowledge, Lord of all that exists, Lord of Brahman, the Lord of supreme knowledge, the universal Spirit, I am Shiva, I am the eternal Shiva.
तत्पुरुषाय विद्महे वागविशुद्धाय धिमहे,
तन्नो शिव प्रचोदयात्।
महादेवाय विद्महे रुद्रमूर्तये धिमहे,
तन्नों शिव प्रचोदयात्॥
Tatpurushaay Vidmahe Vakvishudhaya Dhimahe,
Tanno Shiva Prachodayat,
Mahadevaaya Vidmahe Rudramoortaye Dhimahe,
Tanno Shiva Prachodayat.
English Meaning: O, the mightiest of the Gods, the ideal Purusha Mahadev, bless me with the higher intellect and enlighten me with knowledge.
नमस्ते अस्तु भगवान विश्वेश्वराय,
महादेवाय त्र्यंबकाय त्रिपुरान्तकाय।
त्रिकाग्नी कालाय कालाग्नी रुद्राय,
नीलकंठाय मृत्युंजयाय सर्वेश्वराय॥
Namaste Astu Bhagwaan Vishveshwaraay,
Mahadevaay Trayambkaay Tripuraantkaay,
Trikaagni Kalaaya Kalagni Rudraya,
Nilakanthaaya Mrityunjayaay Sarveshvaraaya.
English Meaning: We worship Lord Shiva the three eyed one, the one who is the master of all senses and quality’s and the one who is the sustainer of all growth. May he release us from the bondage of death as the ripened cucumber is released from its stalk and may he grant us immortality.
सदशिवाय श्रीमान महादेवाय नमः
श्रीमान महादेवाय नमः
शांति शांति शांति
Sadshivaaya Shrimaan Mahadevaay Namah,
Shriman Mahadevaaya Namaha,
Shriman Mahadevaaya Namaha,
Shanti Shanti Shanti.
English Meaning: Sriman Mahadevaya Namah: the benevolent greeting of the Great Lord. Om Shanti Shanti Shantihi.
ओम नमो हिरण्यबाहवे मंत्र
भगवान शिव नमस्कार मंत्र शिव का आशीर्वाद पाने के लिए शिव मन्त्रों में से यह एक है। यह शिव मंत्र बहुत ही खूबसूरत तरीके से इसकी रचना की गयी है इसको पढ़ने मात्र से मन्न प्रफुल्लित हो जाता है और शांति प्राप्त होती है |
यह महान शिव मंत्र है जो तीनो लोकों के स्वामी,सर्वज्ञ महादेव, इस सृष्टि के संहारक के रूप की महिमा करता है। यह मंत्र भगवान शिव का भी प्रिय जाना जाता है और इसके पठन से शिव कृपा प्राप्त होती है। इस मंत्र को शुरुआत “ॐ नमो हिरण्यबाहेव” से होती है, जिसका मतलब है कि मैं उन्हें नमन करता हूं जिसके पास सुनहरे हाथ हैं।
यह मंत्र ॐ नमः शिवाय या रुद्राष्टकम जैसे महादेव को सम्मान देने के लिए भी है। इस मंत्र में शिव गायत्री मंत्र के कई श्लोक हैं। इस मंत्र में शिव के नीलकंठ नाम का उल्लेख है जो यह कि महादेव का कंठ नीला कियूं है। देवताओं और असुरों ने मिलकर जब समुद्र मंथन किया था तब समुद्र से हलाहल विष निकला था, सृष्टि को बचाने के भगवान शिव ने इस विष को पिया और अपने कंठ में धारण कर लिया | विष के प्रभाव से उनका कंठ नीला हो गया इस कारण शिव का एक नाम नीलकंठ भी है |
एक अन्य नाम “त्रिपुरंतकाया” है जो इंगित करता है कि महादेव ने त्रिपुरासुर द्वारा बनाए गए तीन शहरों पर जीत हासिल की।
Namaskaratha Mantra Meaning in Hindi
मैं दिव्य सार, शाश्वत प्रकृति में भरोसा करता हूं, मैं अमर, शाश्वत भगवान, माता पार्वती के पति, और, जंगली जानवरों के भगवान, मैं अपने आप को आपके अधीन करता हूं।
ज्ञान के भगवान, सभी के भगवान, ब्राह्मण के भगवान, सर्वोच्च ज्ञान के भगवान, सार्वभौमिक आत्मा, मैं शिव हूं, मैं शाश्वत शिव हूं।
हम परम बुद्धि को जानते हैं, हम शुद्ध ज्ञान का ध्यान करते हैं, शिव को प्रबुद्ध कर सकते हैं, हम महान देवता को जानते हैं, रुद्र के रूप का ध्यान करते हैं, शिव हमें प्रबुद्ध कर सकते हैं, मैं सभी के दिव्य भगवान, तीसरे नेत्र से, तीनों लोकों के महान देवताओं को नमन करता हूं। , तीनों अग्नि के वाहक, रुद्र की अग्नि को लेकर, राख के साथ छिड़का हुआ नीला, जो मृत्यु पर विजय प्राप्त करता है, सभी प्राणियों के भगवान, शाश्वत शिव, मैं महान महान देवता को आत्मसमर्पण करता हूं।