जब सूरज जग जाता है

जब सूरज जग जाता है आँखें मलकर धीरे धीरे सूरज जब जाग जाता हैं , सिर पर रखकर पाँव अँधेरा चुपके से भाग जाता है . सूरज सूरज हौले से मुस्कान बिखेरी पात सुनहरे हो जाते , डाली – डाली फुदक – फुदककर सारे पंछी हैं गाते . थाल भरे मोती ले करके धरती स्वागत…

एक किरण आई छाई

एक किरण आई छाई एक किरण आई छाई, दुनिया में ज्योति निराली रंगी सुनहरे रंग में सुबह पत्ती-पत्ती डाली डाली . एक किरण आई लाई, पूरब में सुखद सवेरा हुई दिशाएं लाल लाल हो गया धरा का घेरा . एक किरण आई हंस-हंसकर फूल लगे मुस्काने बही सुंगंधित पवन गा रहे भौरें मीठे गाने ….

भगवान का वास

भगवान का वास एक किरण आई छाई एक किरण आई छाई, दुनिया में ज्योति निराली रंगी सुनहरे रंग में सुबह पत्ती-पत्ती डाली डाली . एक किरण आई लाई, पूरब में सुखद सवेरा हुई दिशाएं लाल लाल हो गया धरा का घेरा . एक किरण आई हंस-हंसकर फूल लगे मुस्काने बही सुंगंधित पवन गा रहे भौरें…

भगवान का वास

तू खोज रहा वन – कुंजन में , भगवान् बसा तेरे मन में . तू जाता है काबा – काशी , वह तो है घट – घट का वासी . पूजा तू जाता है मथुरा – प्रयाग , और ढूँढता है वृन्दावन में . मंदिर – मस्जिद क्या गुरुद्वारा , क्या गिरजाघर या नाथद्वारा ….

थाल सजाकर किसे पूजने

थाल सजाकर किसे पूजने चले प्रात ही मतवाले? कहाँ चले तुम राम नाम का पीताम्बर तन पर डाले? थाल सजाकर किसे पूजने कहाँ चले ले चन्दन अक्षत बगल दबाए मृगछाला? कहाँ चली यह सजी आरती? कहाँ चली जूही माला? ले मुंजी उपवीत मेखला कहाँ चले तुम दीवाने? जल से भरा कमंडलु लेकर किसे चले तुम…

जय बोलो प्यारे हिंदुस्तान की

एक बार फिर से जय बोलो , प्यारे हिंदुस्तान की . जिसकी मिट्टी सोना देती , धरती है भगवान् की . दया – धर्म की शिक्षा मिलती , जन्म भूमि इंसान की . गाँव गाँव में नदियाँ बहती , ज्वाला जलती मान की . गीतों की फुलझरियां हँसती , बढ़ी शान ईमान की . एक…

झूला

झूला आओ हम सब झूला झूलें . पेंग बढ़ाकर नभ को छूलें .. हैं बहार सावन की आई . देखों श्याम घटा नभ छाई .. अब फुहार पड़ती है भाई . ठंडी – ठंडी अति सुखदायी .. आओ हम सब झूला झूलें . पेंग बढ़ाकर नभ को छूलें .. कुहू – कुहू कर गाने वाली…